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[Budget 2016-17] बजट 2016-17 की महत्वपूर्ण घोषणाएं।

बजट  2016-17 में की गई महत्‍वपूर्ण घोषणाएं
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1.कृषि एवं किसानों के कल्‍याण पर व्‍यापक रूप से ध्‍यान केन्द्रित

क)किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी की जायेगी।

ख)प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 28.5 लाख हेक्‍टेयर भूमि‍पर सिंचाई सुविधा शुरू की जायेगी।

ग)89 सिंचाई परियोजनाओं को फास्‍ट ट्रैक किया जायेगा, जिनके लिए अगले पांच वर्षों के दौरान 86,500 करोड़ रुपये की आवश्‍यकता होगी। इनमें से 23 परियोजनाओं को 31 मार्च 2017 से पहले पूरा किया जायेगा।

घ)नाबार्ड में 20,000 करोड़ रुपये की आरंभिक राशि के साथ समर्पित दीर्घकालि‍क सिंचाई कोष बनाया जायेगा।

ङ)सिंचाई पर बाजार उधारी सहित कुल परिव्‍यय 12,157 करोड़ रुपये है।

च)6,000 करोड रुपये की लागत पर बहुपक्षीय वित्‍त पोषण के साथ सतत भूजल प्रबंधन से जुड़े प्रमुख कार्यक्रम का प्रस्‍ताव किया गया है।

छ)वर्षा सिंचित क्षेत्रों में पांच लाख फार्म तालाबों एवं कुओं तथा जैविक उर्वरक के उत्‍पादन के लिए 10 लाख कम्‍पोस्‍ट गड्ढ़ों का निर्माण किया जायेगा।

ज)मार्च 2017 तक 14 करोड़ कृषि जोतों को मृदा स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड प्रदान किये जायेंगे।

झ)मृदा एवं बीज परीक्षण की सुविधाओं के साथ उर्वरक कंपनियों के 2,000 आदर्श खुदरा केन्‍द्र अगले तीन वर्षों के दौरान खोले जाएंगे।

ञ)एकीकृत कृषि विपणन ई-प्‍लेटफॉर्म को 14 अप्रैल, 2016 को डॉ. अम्‍बेडकर के जन्‍मदिन पर राष्‍ट्र को समर्पित किया जायेगा।

2.वर्ष 2016-17 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) पर 27,000 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे, जिसमें राज्‍य का हिस्‍सा भी शामिल है। पीएमजीएसवाई को पूरा करने की लक्षित अवधि को दो साल घटाकर वर्ष 2019 कर दिया गया है, जबकि पहले इसे वर्ष 2021 तक पूरा करना था।

3.वर्ष 2016-17 में नौ लाख करोड़ रुपये कृषि ऋण के रूप में प्रदान किये जाएंगे।

4.भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अनाजों की ऑनलाइन खरीदारी करेगा। इसके तहत समुचित पंजीकरण और खरीद की निगरानी करने से पारदर्शिता आयेगी और किसानों को सहूलियत होगी।

5.पशु स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रम ‘पशुधन संजीवनी’ शुरू किया जायेगा। ‘नकुल स्‍वास्‍थ्‍य पत्र’ जारी किये जाएंगे।

6. ग्रामीण क्षेत्र   

क)14वें वित्‍त आयोग की अनुशंसाओं के अनुसार ग्राम पंचायतों एवं नगर पालिकाओं को 2.87 लाख करोड़ रुपए की अनुदान सहायता दी जाएगी। इसका अर्थ यह हुआ कि प्रति ग्राम पंचायत 81 लाख रुपए एवं प्रति नगर पालिका 21 करोड़ रुपए अनुदान सहायता दी जाएगी।

ख)सूखाग्रस्‍त एवं ग्रामीण समस्‍याग्रस्‍त क्षेत्रों के प्रत्‍येक प्रखंड को दीनदयाल अंत्‍योदय मिशन के तहत सहायता दी जाएगी।

ग)300 रुरबन कलस्‍टर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास केंद्रों को सहायता देंगे।

घ)सभी गांवों में 1 मई 2018 तक बिजली पहुंचा दी जाएगी।

ङ)अगले 3 वर्षों में लगभग 6 करोड़ परिवारों को शामिल करने के लिए ग्रामीण भारत के लिए एक नई डिजिटल साक्षरता मिशन योजना प्रारंभ की जाएगी।

च)संशोधित राष्‍ट्रीय भूमि रिकॉर्डों कार्यक्रम के जरिए भूमि रिकॉर्डों का आधुनिकीकरण।

छ)राष्‍ट्रीय ग्राम स्‍वराज कार्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा।

7.सरकारी सब्सिडियों एवं लाभों की लक्षित आपूर्ति जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे गरीबों एवं हकदारों तक पहुंच सकें।

क)आधार संरचना का उपयोग करते हुए वित्‍तीय एवं अन्‍य सब्सिडियों आदि की लक्षित आपूर्ति के लिए नया कानून।

ख) उर्वरक में डीबीटी को प्रायोगिक आधार पर प्रारंभ किया जाएगा।

ग)देश में कुल 5.35 लाख उचित दर दुकानों में से 3 लाख दुकानों को मार्च 2017 तक ऑटोमेट किया जाएगा।

8.मुद्रा – 2016-17 में 1,80,000 करोड़ रुपए का ऋण लक्ष्‍य।

9.सामाजिक क्षेत्र

क)गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्‍शन मुहैया कराने के लिए व्‍यापक अभियान प्रारंभ किया जाएगा। 2016-17 में 1.5 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे। कुल 5 करोड़ बीपीएल परिवारों को शामिल करने के लिए यह योजना 2 वर्ष और जारी रहेगी। परिवार की महिला सदस्‍य के नाम पर एलपीजी कनेक्‍शन दिए जाएंगे।

ख)नई स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा योजना प्रारंभ की जाएगी। प्रति परिवार 1 लाख रुपए और वरिष्‍ठ नागरिकों को अतिरिक्‍त 30 हजार रुपए तक के स्‍वास्‍थ्‍य कवर प्रदान किए जाएंगे।

ग)2016-17 में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत 3,000 स्‍टोर खोले जाएंगे।

घ)राष्‍ट्रीय डायलिसिस सेवा कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। डायलिसिस उपकरणों के कुछ विशेष हिस्‍सों को कर छूट दी जाएगी।

ङ)अनुसूचित जाति/जनजाति उद्यमियों के लिए एक नई आर्थिक प्रणाली का गठन किया जाएगा। एमएसएमई मंत्रालय में एससी/एसटी हब का निर्माण किया जाएगा।

10.शिक्षा

क)जिन जिलों में अभी तक नवोदय विद्यालय नहीं है, वहां पर 62 नए नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे।

ख)विश्‍व स्‍तरीय शिक्षण एवं अनुसंधान संस्‍थानों के रूप में उभरने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 10-10 संस्‍थानों को एक सक्षमकारी नियामकीय ढांचा मुहैया कराया जाएगा।

ग)एक हजार करोड़ रुपए के प्रारंभिक पूंजी आधार के साथ उच्‍चतर शिक्षा वित्‍त पोषण एजेंसी की स्‍थापना की जाएगी।

घ)शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों, मार्क्‍स-शीट, पुरस्‍कारों इत्‍यादि के लिए डिजिटल डिपोजिटरी की स्‍थापना की जायेगी।

11.कौशल

क)प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 1500 बहु कौशल प्रशिक्षण संस्‍थान स्‍थापित किये जायेंगे।

ख)उद्योग जगत एवं शिक्षाविदों के साथ भागीदारी कर राष्‍ट्रीय कौशल विकास प्रमाणन बोर्ड स्‍थापित किया जायेगा।

ग)ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के जरिये 2200 कॉलेजों, 300 स्‍कूलों, 500 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्‍थानों तथा 50 व्‍यावसायिक प्रशिक्षण केन्‍द्रों में उद्यमिता शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

12.रोजगार सृजन

क)भारत सरकार ईपीएफओ में नामांकन कराने वाले सभी नये कर्मचारियों के लिए रोजगार के प्रथम तीन वर्षों के दौरान 8.33 प्रतिशत का ईपीएस अंशदान अदा करेगी। यह उन सभी कर्मचारियों पर लागू होगा जिनका मासिक वेतन 15000 रुपये है।

ख)आयकर अधिनियम की धारा 80 जेजेएए को संशोधित किया जा रहा है, ताकि रोजगार सृजन से जुड़े प्रोत्‍साहनों का दायरा बढ़ सके।

ग)राष्‍ट्रीय कैरियर सेवा प्‍लेटफॉर्म के साथ राज्‍य रोजगार कार्यालयों को जोड़ा जायेगा।

घ)छोटी एवं मझोली दुकानों को स्‍वैच्छिक आधार पर सप्‍ताह में सातों दिन खुले रखने की इज़ाजत दी जायेगी। रिटेल क्षेत्र में नये रोजगार।

13.बुनियादी ढांचा, निवेश, बैंकिंग, बीमा इत्‍यादि क्षेत्रों में उपाय

क)वर्ष 2016-17 में सड़कों और रेलवे के पूंजीगत व्‍यय पर 2,18,000 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।इसमें शामिल हैं –     पीएमजीएसवाई के लिए 27000 करोड़ रुपये

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग के लिए 55,000 करोड़ रुपये

एनएचएआई बांडों के लिए 15,000 करोड़ रुपये

रेलवे के लिए 1,21,000 करोड़ रुपये

ख)बगैर उपयोग एवं कम इस्‍तेमाल वाली हवाई पट्टियों को एएआई बहाल करेगा और इसमें राज्‍य सरकारों के साथ भी भागीदारी होगी।

ग) परमिट प्रणाली को समाप्‍त कर सड़क परिवहन क्षेत्र (यात्री खंड) को खोला जाएगा। इससे गरीब एवं मध्‍यम वर्ग लाभान्‍वित होंगे, नये निवेश को प्रोत्‍साहन मिलेगा, स्‍टार्टअप उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा एवं नये रोजगार सृजित होंगे। यह एक प्रमुख सुधार है।

घ)बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं में निजी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए जन उपयोगिता (विवादों का निपटारा) विधेयक पेश किया जायेगा और पारदर्शिता से समझौता किये बगैर पीपीपी करारों पर नये सिरे से बातचीत के लिए दिशा-निर्देश जारी किये जायेंगे।

ङ)एफडीआई नीति में बदलाव।

च)किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए भारत में उत्‍पादित और विनिर्मित खाद्य पदार्थों के विपणन में एफआईपीबी के जरिए शत-प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी जाएगी। इससे खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग को प्रोत्‍साहन मिलने के साथ-साथ नए रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी।

छ)रणनीतिक विनिवेश के लिए दिशा-निर्देशों को मंजूरी दी गई है और उनकी जल्‍द ही घोषणा की जाएगी।

ज)केन्‍द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की निजी इकाइयों का नई परियोजनाओं में निवेश के लिए संसाधन जुटाने के उद्देश्‍य से विनिवेश किया जा सकता है।

झ)वित्‍तीय क्षेत्र में वित्‍तीय कंपनियों के वियोजन पर एक व्‍यापक कोड़ को अधिनियमित किया जाएगा। बैंक दिवालिया और दिवालियापन कानून के साथ इस कोड़ से बड़ा क्रमबद्ध खाली स्‍थान की भरपाई होगी। यह एक बड़ा सुधार करने वाला कदम है।‍

ञ)परिसंपत्ति पुनर्गठन कंपनियों को मजबूत बनाने के लिए सारफेसी अधिनियम में संशोधन किया जाएगा। इससे बैंक को विवादित परिसंपत्तियों से निपटने में मदद मिलेगी।

ट)सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों – (ए) सार्वजनिक क्षेत्रों के  बैंकों का पुन: पूंजीकरण, (बी) सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों की मजबूती के लिए रोड़ मैप की घोषणा की जाएगी, (सी) आईडीबीआई बैंक में सरकार की इक्विटी को 49 प्रतिशत को घटाने पर विचार, (डी) न्‍यायालय के मामलों की कम्‍प्‍युटरीकृत प्रोसेसिंग के साथ डीआरटी को मजबूत किया जाएगा।

ठ)पारदर्शिता, जवाबदेही और निपुणता में सुधार लाने के लिए सामान्‍य बीमा कंपनियों को स्‍टॉक एक्‍सचेंजों में सूचीबद्ध किया जाएगा।

ड)गैर-कानूनी जमावर्ती योजनाओं से निपटने के लिए व्‍यापक केन्‍द्रीय कानून तैयार किया जाएगा।

14.राज्‍यों और जिलों को जोड़ने के लिए ‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’ का शुभारंभ किया जाएगा।

15.वस्‍तुओं और सेवाओं की सरकारी खरीदारी के लिए डीजीएसएंडडी द्वारा प्रौद्योगिकीजन्‍य मंच स्‍थापित किया जाएगा। इससे पारदर्शिता और निपुणता में सुधार के साथ-साथ खरीदारी की लागत घटाने में भी मदद मिलेगी।

16.वित्‍तीय विधा :

क)वर्ष 2016-17 में वित्‍तीय घाटा का लक्ष्‍य जीडीपी का 3.5 प्रतिशत।

ख)एफआरबीएम अधिनियम की समीक्षा के लिए समिति का गठन

ग)2017-18 से गैर-योजना वर्गीकरण को हटाना

घ)केन्‍द्रीय योजना स्‍कीमों को युक्तिसंगत बनाना। केन्‍द्रीय योजना के तहत 1500 से ज्‍यादा स्‍कीमों को तकरीबन 300 केन्‍द्रीय क्षेत्र और 30 केन्‍द्र प्रायोजित योजनाओं में पुनर्गठित किया गया है।

साभार - मंत्रा एकेडेमी

जब एक की किडनी दूसरे में फिट हुई।

[Computer] विंडोज की-बोर्ड शॉर्टकट।

विंडोस कीबोर्ड शोर्टकट

CTRL+C = कॉपी
CTRL+X = कट
CTRL+V = पेस्ट
CTRL+Z = अन्डू
DELETE = डिलीट
SHIFT+DELETE = डिलीट (बिना रिसाईकिल बिन रखे)
F2 = रिनेम
CTRL+RIGHT ARROW = कर्सर को अगले शब्द के शुरू में रखता है
CTRL+LEFT ARROW = कर्सर पिछले शब्द के शुरू में रखता है.
CTRL+DOWN ARROW = कर्सर को अगले पैराग्राफ के शुरू में रखता है .
CTRL+UP ARROW = कर्सर को पिछले पैराग्राफ के शुरू में रखता है.
CTRL+A = सेलेक्ट आल
F3 = सर्च
ALT+ENTER = सेलेक्टेड आइटम की प्रोपर्टी
ALT+F4 = एप्लीकेशन विंडो को बंद करता है
ALT+SPACEBAR = एक्टिव विंडो का शोर्टकट मेनू
CTRL+F4 = डाकुमेंट विंडो को बंद करता है
ALT+TAB = खुले हुए आइटम्स के बीच स्विच करता है
ALT+ESC = Cycle जिस क्रम में विंडोस खुले
F4 = एड्रेसबार लिस्ट
CTRL+ESC = स्टार्ट मेनू
F10 = एक्टिवेट मेनूबार
F5 = रिफ्रेश एक्टिव विंडो .
BACKSPACE = बेक
ESC = केंसिल कर्रेंट टास्क
SHIFT जब DVD इन्सर्ट हो = ऑटोरन को रोकता है
TAB = फोकस आगे बढाना
SHIFT+TAB = फोकस पीछे करना
F1 = हेल्प
Window = स्टार्ट मेनू
window+BREAK = सिस्टम प्रोपर्टी
window+D = डेस्कटॉप
window+M = मिनिमाईज़ आल
window+Shift+M = रिस्टोर आल
window+E = माय कम्प्युटर
window+F = सर्च
CTRL+ window+F = सर्च कम्प्युटर
window+ L = सर्च कम्प्युटर या स्विच यूजर
window+R = रन डायलोग बॉक्स
window+U = यूटिलिटी मेनेजर
Windows Explorer
END = एक्टिव विंडो का बाटम
HOME = एक्टिव विंडो का टॉप
NUM LOCK+ * = सेलेक्टेड फोल्डर के सभी सबफोल्डर
NUM LOCK+ numeric keypad (+) = सेलेक्टेड फोल्डर का कंटेंट
NUM LOCK+numeric keypad (-) = कोलेप्स सेलेक्टेड फोल्डर
LEFT ARROW = कोलेप्स सेलेक्शन
RIGHT ARROW = डिस्प्ले कोलेप्सड सेलेक्शन
Windows Mediaplayer
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡
ctrl+o ओपन
ctrl+u ओपन url
ctrl+w क्लोस
ctrl+n नई प्लेलिस्ट
ctrl+d एडिट कर्रेंट प्लेलिस्ट
ctrl+1 फुल मोड़
ctrl+2 स्किन मोड़
alt+enter फुल स्क्रीन
f 5 रिफ्रेश
ctrl+p प्ले/ पाउस
ctrl+s स्टॉप
ctrl+shift+g फास्ट प्ले
ctrl+shift+n नोर्मल प्ले
ctrl+shift+s स्लो प्ले
ctrl+b पिछला
ctrl+f अगला
ctrl+shift+b रिवाईंड
ctrl+shift+f फास्ट फारवर्ड
ctrl+h शफल
ctrl+t रिपीट
ctrl+shift+c केप्शन & subtitle
f10 वोल्यूम अप
f 9 वोल्यूम डाउन
f 8 म्यूट
ctrl+e इजेक्ट

अमेरिका की निशानी।

Emergency - लोकतंत्र पर काला धब्बा।

लोकनायक जयप्रकाश नारायण।

Dams - भारत के 25 सबसे बड़े बाँध की सूची।

भारत के 25 सबसे बड़े बांध (डैम) की सूची
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1. टेहरी डैम - भागीरथी नदीपर प्रतापनगर केपास में, उत्तराखंड
2. लखवार डैम - यमुना नदी पर देहरादून के पासमें, उत्तराखंड
3. इडुक्की (एब) /इडुक्की आर्च डैम - पेरियारनदी पर के पास में,
तोडुपुलै केरला
4. भक़रा डैम - सतलुज नदीपर बिलासपुर के पासमें, हिमाचल प्रदेश
5. पकाल दुल डैम - मरुसूदर नदी पर किश्तवाड़ केपास में, जम्मू
कश्मीर
6. सरदार सरोवर गुजरात डैम - नर्मदा नदी परराजपीपल के पास में,
गुजरात
7. श्रीसैलम (न.स.र.स.प) डैम - कृष्णा नदी परनन्दीकोटकुर के पास
में, आंध्र प्रदेश
8. रंजीत सागर डैम - रविनदी पर पठानकोट केपास में, पंजाब
9. बगलिहार डैम - चेनाब नदी पर रामबाण के पासमें, जम्मू कश्मीर
10. चेमेराई डैम - रवि नदी पर भटियात के पास में,हिमाचल प्रदेश
11. चेरुठोणी डैम - चेरुठोणी नदी परतोडुपुलै केपास में, केरला
12. पांग डैम - बीस नदी पर डेरा गोपीपुरके पास में,हिमाचल प्रदेश
13. जमरनी डैम - गोला नदी पर नैनीतालके पासमें, उत्तराखंड
14. सुबनसिरी लोअर डैम - सुबनसिरी नदीपरलोअर सुबनसिरी के
पास में, अरुणाचल प्रदेश
15. रामगंगा डैम - रामगंगा नदी पर लैंसडौन केपास में, उत्तराखंड
16. नागार्जुन सागर डैम - कृष्णा नदी परगुरुजला के पास में, आंध्र
प्रदेश
17. कक्की (एब) डैम - कक्की नदी पररानी केपास में, केरला
18. नगी डैम - नगी नदी पर जमुई केपास में, बिहार
19. सलाल (रॉकफिल एंड कंक्रीट ) डैम - चेनाबनदी पर गुल गुलाब
गढ़ केपास में, जम्मू कश्मीर
20. लख्या डैम - लख्या होल नदी पर मुदिगेरे केपास में, कर्नाटक
21. शोलयर डैम - शोलयर नदी पर पोलाची के पासमें, तमिलनाडु
22. कोयना डैम - कोयना नदी पर पतन के पास में,महाराष्ट्र
23. इदमलयर (एब) डैम - इदमलयर नदी परदेवीकोलम के पास में,
केरला
24. सुपा डैम - काली नदीपर सुपा के पास में,कर्नाटक
25. कर्जन डैम - कर्जन नदी पर राजपीपला केपास मैं गुजरात

मोटरगाड़ी की पहली रेस।

जब दुनिया बनी मैदान-ए-जंग।

मर्सडीज़ का इतिहास।

दुनिया बदलने वाला फ़ोन।

5000 जनरल नॉलेज.....

गुब्बारे से नापी दुनिया।

जादुई भेड़।

उड़नपरी।

Hollywood History - हॉलीवुड आ रहे हैं हम।

[Hindi] समास - परिभाषा, प्रकार, उदाहरण सहित।

परिभाषा:
‘समास’ शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है ‘छोटा-रूप’। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप कर जो छोटा रूप बनाते हैं, उसे समास, सामासिक शब्द या समस्त पद कहते हैं। जैसे ‘रसोई के लिए घर’ शब्दों में से ‘के लिए’ विभक्ति का लोप करने पर नया शब्द बना ‘रसोई घर’, जो एक सामासिक शब्द है।

किसी समस्त पद या सामासिक शब्द को उसके विभिन्न पदों एवं विभक्ति सहित पृथक् करने की क्रिया को समास का विग्रह कहते हैं जैसे विद्यालय विद्या के लिए आलय, माता-पिता=माता और पिता।

प्रकार:
समास छः प्रकार के होते हैं-
1. अव्ययीभाव समास,
2. तत्पुरुष समास
3. द्वन्द्व समास

4.बहुब्रीहि समास

5. द्विगु समास 

6. कर्म धारय समास

1.अव्ययीभाव समास:

अव्ययीभाव समास में प्रायः
(i)पहला पद प्रधान होता है।
(ii) पहला पद या पूरा पद अव्यय होता है।
(वे शब्द जो लिंग, वचन, कारक,
काल के अनुसार नहीं बदलते, उन्हें अव्यय कहते हैं)
(iii)यदि एक शब्द की पुनरावृत्ति हो और दोनों शब्द मिलकर अव्यय की तरह प्रयुक्त हो, वहाँ भी अव्ययीभाव समास होता है।
(iv) संस्कृत के उपसर्ग युक्त पद भी अव्ययीभव समास होते हैं-
यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार।
यथाशीघ्र = जितना शीघ्र हो
यथाक्रम = क्रम के अनुसार
यथाविधि = विधि के अनुसार
यथावसर = अवसर के अनुसार
यथेच्छा = इच्छा के अनुसार
प्रतिदिन = प्रत्येक दिन। दिन-दिन। हर दिन
प्रत्येक = हर एक। एक-एक। प्रति एक
प्रत्यक्ष = अक्षि के आगे
घर-घर = प्रत्येक घर। हर घर। किसी भी घर को न छोड़कर
हाथों-हाथ = एक हाथ से दूसरे हाथ तक। हाथ ही हाथ में
रातों-रात = रात ही रात में
बीचों-बीच = ठीक बीच में
साफ-साफ = साफ के बाद साफ। बिल्कुल साफ
आमरण = मरने तक। मरणपर्यन्त
आसमुद्र = समुद्रपर्यन्त
भरपेट = पेट भरकर
अनुकूल = जैसा कूल है वैसा
यावज्जीवन = जीवनपर्यन्त
निर्विवाद = बिना विवाद के
दर असल = असल में
बाकायदा = कायदे के अनुसार

2.तत्पुरुष समास:
(i)तत्पुरुष समास में दूसरा पद (पर पद) प्रधान होता है अर्थात् विभक्ति का लिंग, वचन दूसरे पद के अनुसार होता है।
(ii) इसका विग्रह करने पर कत्र्ता व सम्बोधन की विभक्तियों (ने, हे, ओ, अरे) के अतिरिक्त
किसी भी कारक की विभक्ति प्रयुक्त होती है तथा विभक्तियों के अनुसार ही इसके उपभेद होते हैं।
जैसे –
(क) कर्म तत्पुरुष (को)
कृष्णार्पण = कृष्ण को अर्पण
नेत्र सुखद = नेत्रों को सुखद
वन-गमन = वन को गमन
जेब कतरा = जेब को कतरने वाला
प्राप्तोदक = उदक को प्राप्त
(ख) करण तत्पुरुष (से/के द्वारा)
ईश्वर-प्रदत्त = ईश्वर से प्रदत्त
हस्त-लिखित = हस्त (हाथ) से लिखित
तुलसीकृत = तुलसी द्वारा रचित
दयार्द्र = दया से आर्द्र
रत्न जडि़त = रत्नों से जडि़त
(ग) सम्प्रदान तत्पुरुष (के लिए)
हवन-सामग्री = हवन के लिए सामग्री
विद्यालय = विद्या के लिए आलय
गुरु-दक्षिणा = गुरु के लिए दक्षिणा
बलि-पशु = बलि के लिए पशु
(घ) अपादान तत्पुरुष (से पृथक्)
ऋण-मुक्त = ऋण से मुक्त
पदच्युत = पद से च्युत
मार्ग भ्रष्ट = मार्ग से भ्रष्ट
धर्म-विमुख = धर्म से विमुख
देश-निकाला = देश से निकाला
(च) सम्बन्ध तत्पुरुष (का, के, की)
मन्त्रि-परिषद् = मन्त्रियों की परिषद्
प्रेम-सागर = प्रेम का सागर
राजमाता = राजा की माता
अमचूर =आम का चूर्ण
रामचरित = राम का चरित
(छ) अधिकरण तत्पुरुष (में, पे, पर)
वनवास = वन में वास
जीवदया = जीवों पर दया
ध्यान-मग्न = ध्यान में मग्न
घुड़सवार = घोड़े पर सवार
घृतान्न = घी में पक्का अन्न
कवि पुंगव = कवियों में श्रेष्ठ

3. द्वन्द्व समास
(i)द्वन्द्व समास में दोनों पद प्रधान होते हैं।
(ii) दोनों पद प्रायः एक दूसरे के विलोम होते हैं, सदैव नहीं।
(iii)इसका विग्रह करने पर ‘और’, अथवा ‘या’ का प्रयोग होता है।
माता-पिता = माता और पिता
दाल-रोटी = दाल और रोटी
पाप-पुण्य = पाप या पुण्य/पाप और पुण्य
अन्न-जल = अन्न और जल
जलवायु = जल और वायु
फल-फूल = फल और फूल
भला-बुरा = भला या बुरा
रुपया-पैसा = रुपया और पैसा
अपना-पराया = अपना या पराया
नील-लोहित = नीला और लोहित (लाल)
धर्माधर्म = धर्म या अधर्म
सुरासुर = सुर या असुर/सुर और असुर
शीतोष्ण = शीत या उष्ण
यशापयश = यश या अपयश
शीतातप = शीत या आतप
शस्त्रास्त्र = शस्त्र और अस्त्र
कृष्णार्जुन = कृष्ण और अर्जुन

4. बहुब्रीहि समास
(i)बहुब्रीहि समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता।
(ii) इसमें प्रयुक्त पदों के सामान्य अर्थ की अपेक्षा अन्य अर्थ
की प्रधानता रहती है।
(iii)इसका विग्रह करने पर ‘वाला, है, जो, जिसका, जिसकी, जिसके, वह आदि
आते हैं।
गजानन = गज का आनन है जिसका वह (गणेश)
त्रिनेत्र = तीन नेत्र हैं जिसके वह (शिव)
चतुर्भुज = चार भुजाएँ हैं जिसकी वह (विष्णु)
षडानन = षट् (छः) आनन हैं जिसके वह (कार्तिकेय)
दशानन = दश आनन हैं जिसके वह (रावण)
घनश्याम = घन जैसा श्याम है जो वह (कृष्ण)
पीताम्बर = पीत अम्बर हैं जिसके वह (विष्णु)
चन्द्रचूड़ = चन्द्र चूड़ पर है जिसके वह
गिरिधर = गिरि को धारण करने वाला है जो वह
मुरारि = मुर का अरि है जो वह
आशुतोष = आशु (शीघ्र) प्रसन्न होता है जो वह
नीललोहित = नीला है लहू जिसका वह
वज्रपाणि = वज्र है पाणि में जिसके वह
सुग्रीव = सुन्दर है ग्रीवा जिसकी वह
मधुसूदन = मधु को मारने वाला है जो वह
आजानुबाहु = जानुओं (घुटनों) तक बाहुएँ हैं जिसकी वह
नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिसका वह
महादेव = देवताओं में महान् है जो वह
मयूरवाहन = मयूर है वाहन जिसका वह
कमलनयन = कमल के समान नयन हैं जिसके वह
कनकटा = कटे हुए कान है जिसके वह
जलज = जल में जन्मने वाला है जो वह (कमल)
वाल्मीकि = वल्मीक से उत्पन्न है जो वह
दिगम्बर = दिशाएँ ही हैं जिसका अम्बर ऐसा वह
कुशाग्रबुद्धि = कुश के अग्रभाग के समान बुद्धि है जिसकी
वह
मन्द बुद्धि = मन्द है बुद्धि जिसकी वह
जितेन्द्रिय = जीत ली हैं इन्द्रियाँ जिसने वह
चन्द्रमुखी = चन्द्रमा के समान मुखवाली है जो वह
अष्टाध्यायी = अष्ट अध्यायों की पुस्तक है जो वह

5. द्विगु समास
(i)द्विगु समास में प्रायः पूर्वपद संख्यावाचक होता है तो कभी-कभी परपद भी संख्यावाचक देखा जा सकता है।
(ii) द्विगु समास में प्रयुक्त संख्या किसी समूह का बोध कराती है अन्य अर्थ का नहीं, जैसा कि बहुब्रीहि समास में देखा है।
(iii)इसका विग्रह करने पर ‘समूह’ या ‘समाहार’ शब्द प्रयुक्त होता है।
दोराहा = दो राहों का समाहार
पक्षद्वय = दो पक्षों का समूह
सम्पादक द्वय = दो सम्पादकों का समूह
त्रिभुज = तीन भुजाओं का समाहार
त्रिलोक या त्रिलोकी = तीन लोकों का समाहार
त्रिरत्न = तीन रत्नों का समूह
संकलन-त्रय = तीन का समाहार
भुवन-त्रय = तीन भुवनों का समाहार
चैमासा/चतुर्मास = चार मासों का समाहार
चतुर्भुज = चार भुजाओं का समाहार (रेखीय आकृति)
चतुर्वर्ण = चार वर्णों का समाहार
पंचामृत = पाँच अमृतों का समाहार
पं चपात्र = पाँच पात्रों का समाहार
पंचवटी = पाँच वटों का समाहार
षड्भुज = षट् (छः) भुजाओं का समाहार
सप्ताह = सप्त अहों (सात दिनों) का समाहार
सतसई = सात सौ का समाहार
सप्तशती = सप्त शतकों का समाहार
सप्तर्षि = सात ऋषियों का समूह
अष्ट-सिद्धि = आठ सिद्धियों का समाहार
नवरत्न = नौ रत्नों का समूह
नवरात्र = नौ रात्रियों का समाहार
दशक = दश का समाहार
शतक = सौ का समाहार
शताब्दी = शत (सौ) अब्दों (वर्षों) का समाहार

6. कर्मधारय समास
(i)कर्मधारय समास में एक पद विशेषण होता है तो दूसरा पद विशेष्य।
(ii) इसमें कहीं कहीं उपमेय उपमान का सम्बन्ध होता है तथा विग्रह करने पर ‘रूपी’
शब्द प्रयुक्त होता है –
पुरुषोत्तम = पुरुष जो उत्तम
नीलकमल = नीला जो कमल
महापुरुष = महान् है जो पुरुष
घन-श्याम = घन जैसा श्याम
पीताम्बर = पीत है जो अम्बर
महर्षि = महान् है जो ऋषि
नराधम = अधम है जो नर
अधमरा = आधा है जो मरा
रक्ताम्बर = रक्त के रंग का (लाल) जो अम्बर
कुमति = कुत्सित जो मति
कुपुत्र = कुत्सित जो पुत्र
दुष्कर्म = दूषित है जो कर्म
चरम-सीमा = चरम है जो सीमा
लाल-मिर्च = लाल है जो मिर्च
कृष्ण-पक्ष = कृष्ण (काला) है जो पक्ष
मन्द-बुद्धि = मन्द जो बुद्धि
शुभागमन = शुभ है जो आगमन
नीलोत्पल = नीला है जो उत्पल
मृग नयन = मृग के समान नयन
चन्द्र मुख = चन्द्र जैसा मुख
राजर्षि = जो राजा भी है और ऋषि भी
नरसिंह = जो नर भी है और सिंह भी
मुख-चन्द्र = मुख रूपी चन्द्रमा
वचनामृत = वचनरूपी अमृत
भव-सागर = भव रूपी सागर
चरण-कमल = चरण रूपी कमल
क्रोधाग्नि = क्रोध रूपी अग्नि
चरणारविन्द = चरण रूपी अरविन्द
विद्या-धन = विद्यारूपी धन

Francis क्रांति की चिंगारी।

समंदर के रास्ते भारत पहुँचा पहला विदेशी।

[Computer] ऑब्जेक्टिव प्रश्नोत्तर भाग - 1...।

कम्प्यूटर- सामान्य ज्ञान (प्रतियोगी परीक्षा हेतु प्रश्न-उत्तर)
1. कंप्यूटर की घड़ी की स्पीड की गणना किस में की जाती है।
(A) गीगाबाइट (B) बिट (C) मेगाहटर्ज (D) गीगाहटर्ज
Ans : (C)
2. वर्ड में इंसर्शन पाइंट क्या निर्दिष्ट करता है?
(A) डॉक्युमेंट का अंत (B) डॉक्युमेंट का आरंभ (C) डॉक्युमेंट का मध्य (D) जहाँ टेक्स्ट एंटर किया जाएगा
Ans : (D)
3. देरी से बचने के लिए अगले डाटा या इंस्ट्रक्शन को प्रोसेस करने के लिए स्टोरेज स्पेस–
(A) कैश (B) रजिस्टर (C) RAM (D) CPU
Ans : (A)
4. प्रयोक्ता द्वारा सेव किए गए पुन: प्रयोग योग्य कमांडों या स्टेप्स के सेट को क्या कहते हैं–
(A) मैक्रो (B) टेम्पलेट (C) फंक्शन (D) रिलेटिव रेफरेंस
Ans : (A)
5. मोशन पिक्टर क्लिपों को बदलने के लिए किस प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रयोग किया जाता है?
(A) ड्राइंग (B) वीडियो एडिटिंग (C) पेंटिंग (D) कंप्यूटर डिजाइन
Ans : (B)
6. यदि आप वर्ड में ‘receive’ के बजाए ‘reieve’ टाइप करेंगे तो इसे कौन अपने आप बदल देगा।
(A) ऑटोफॉर्मेट (B) ऑटोएडिट (C) ऑटोआप्शन (D) ऑटोकरेक्ट
Ans : (D)
7. कौन–सा लाइसेंस लोगों के समूह को विनिर्दिष्ट करता है जो सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर सकते हैं?
(A) कन्करंट–यूज लाइसेंस (B) जनरल सॉफ्टवेयर लाइसेसंस (C) मल्टीपल यूजर लाइसेंस (D) साइट लाइसेंस
Ans : (C)
8. बहुत से PCs, वर्क स्टेशन्स और अन्य कम्प्यूटरों के लिए डाटा और प्रोग्राम्स के कलेक्शन होल्ड करने वाला सेन्ट्रल कम्प्यूटर कहलाता है–
(A) सुपर कम्प्यूटर (B) मिनी कम्प्यूटर (C) लैपटाप (D) सर्वर
Ans : (D)
9. निम्न में से कौन गणना वाले अंकों या शब्दों को दिखाता है जो जिन मूल्यों पर यह निर्भर होता है, उनके बदलने पर बदल जाता है?
(A) वैल्यूज (B) फील्डस (C) फील्डस एवं फंक्शन्स (D) फक्शन्स
Ans : (B)
10. डाटा स्टोर करने और परिकलन के लिए कम्प्यूटर किस तरह के नम्बर सिस्टम का उपयोग करते हैं–
(A) बाइनरी (B) ओक्टल (C) डेसिमल (D) हेक्साडेसिमल
Ans : (A)
11. डिस्क कन्टेन्ट जो मैन्युफेक्चर के समय रिकॉर्ड किया जाता है और जिसे यूजर द्वारा चेन्ज या इरेज नहीं किया जा सकता है, वह .कहलाता है।
(A) मैमोरी–ओन्ली (B) राइट–ओन्ली (C) वन्स–ओन्ली (D) रीड–ओन्ली
Ans : (D)
12. किसी व्यक्ति द्वारा की गई ऐसी कोशिश जिससे वह अपनी गलत पहचान बताकर आपसे गोपनीय सूचना प्राप्त कर ले। कहलाती हैं–
(A) फिशिंग ट्रिप्स (B) कम्प्यूटर वायरस (C) स्पाईवेयर स्कैम (D) वायरस
Ans : (A)
13. वेबसाइट का मुख्य पेज कहलाता है–
(A) होम पेज (B) ब्राउजर पेज (C) सर्च पेज (D) बुकमार्क
Ans : (A)
14. मल्टीपल प्रोसेसरों द्वारा दो या अधिक प्रोग्रामों का साथ–साथ प्रासेसिंग है
(A) मल्टीप्रोग्रामिंग (B) मल्टीटासिंकग (C) टाइम शेयरिंग (D) मल्टीप्रोसेसिंग
Ans : (C)
15. कम्प्यूटर से पढे जाने वाले अलग–अलग लम्बाई–चौड़ाई की लाइनों वाले कोड का क्या कहते हैं?
(A) ASCII कोड (B) मैग्नेटिक टेप (C) OCR स्कैनर (D) बार कोड
Ans : (D)
16. कम्प्यूटर बन्द होने पर कहाँ से के कन्टेन्टस निकल सकते हैं–
(A) स्टोरेज (B) इनपुट (C) आउंटपुट (D) मैमैरी
Ans : (D)
17. जो डिवाइस केबल का प्रयोग किए बिना नेटवर्क से कनेक्ट हो जातीं है, उसे कहते हैं–
(A) डिस्ट्रीब्यूटेड (B) फ्री (C) सेन्ट्रलाइज्ड (D) इनमें से कोई नहीं
Ans : (D)
18. उस व्यक्ति को क्या कहते हैं जो अपनी विशेषज्ञता का प्रयोग गैर कानूनी ढंग से जानकारी लेने के लिए या नुकसान पहुँचाने के लिए दूसरे लोगों के कम्पयूटरों को एक्सेस करता है?
(A) हैकर (B) एनालिस्ट (C) इन्स्टेन्ट मेसेन्जर (D) प्रोग्रामर
Ans : (A)