कंप्यूटर (संगणक) वस्तुतः एक अभिकलक यंत्र है जो दिये गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं को क्रम से स्वचालित रूप से करने में सक्षम है। इसे अंक गणितीय, तार्किक क्रियाओं व अन्य विभिन्न प्रकार की गणनाओं को सटीकता से पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से निर्देशित किया जा सकता है।
कंप्यूटर में निर्देशों को प्राप्त करने, गणना एवं उन्हें प्रदर्शित करने की क्षमता होती है ।
आज के कंप्यूटर का जनक 19 वीं सदी के गणित के प्रोफेसर, चार्ल्स बाबेज़ को माना जाता है एवं उन्हें "कम्प्यूटर के पिता" (Father of Computer) कहा जाता है ।
चार्ल्स बाबेज़ ने 19वीं सदी में "विश्लेषणात्मक इंजन (Analytical Engine)" बनाया था, जो आज के कंप्यूटर के बुनियादी ढांचे का आधार है।
सामान्यतया, कंप्यूटर के विकास को 5 पीढ़ियों में वर्गीकृत किया गया है। हर पीढ़ी के समय की एक निश्चित अवधि के लिए चली, और हम में से प्रत्येक के लिए एक नया और बेहतर कंप्यूटर का निर्माण हुआ ।
पहली पीढ़ी (1936-1956) वैक्यूम ट्यूब
दूसरी पीढ़ी (1956-1963) - ट्रांजिस्टर (Transistors)
तीसरी पीढ़ी (1964-1971) - एकीकृत परिपथ (IC) निर्मित
चौथी पीढ़ी (1971-वर्तमान ) - माइक्रोप्रोसेसर
पांचवीं पीढ़ी (वर्तमान और आगे) - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
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